Kumkum Bhagya 16 November 2020 Written Update:
Kumkum Bhagya के पिछले एपिसोड में, हमने देखा कि कैसे सरिता पहचान लेती है कि संजू की बोरी में सामान नहीं प्राची है और संजोऊ एक कमरे में घुस जाता है| आलिया उसे एक खिड़की बता देती है जिससे वो दूसरे कमरे में चला जाता है| जब वहां प्रज्ञा आती है, तो उसे वहां कोई नहीं मिलता| रणबीर भगवान राम के कपडे पहन कर रावण दहन के लिए तैयार हो जाता है| इस बीच संजू और अभि में हाथापाई हो जाती है और उसका दोस्त पीछे से अभि के सिर में वार कर उसे बेहोश कर देता है|
जब प्रज्ञा को कुछ संदेह होता है कि कुछ गलत हो रहा है तो वो आती है और उसे अभि बेहोश पड़ा दिख जात है| जब अभि होश में आता है और प्रज्ञा को पास बैठे देख बहुत खुश हो जाता है| इस बीच प्राची को होश आ जाता है और भागने की कोशिश करती है लेकिन संजू भागने नहीं देता है| फिर संजू प्राची को रावण के साथ बाँध देता है और रणबीर रावण दहन करने के लिए तीर कमान पर चढ़ा लेता है|
Kumkum Bhagya 16 November 2020 Full Episode:
Kumkum Bhagya शो में, इस एपिसोड के शुरुआत में, जब संजू प्राची को रावण के पुतले में बांध देता है और उसका दोस्त उसे बताता है कि रणबीर इस रावण के पुतले को कभी भी आग लगा सकता है| ये सुन कर संजू और उसका दोस्त वहां से निकल जाते है लेकिन प्राची तड़पती रहा जाती है| फिर संजू आलिया के पास पहुँच जाता है और उसे बताता है कि मैंने प्राची को इस रावण के पुतले में बाँध दिया है| ये कह कर संजू और उसका दोस्त वहां से चले जाते है लेकिन संजू के मुहँ से ये खबर सुन कर आलिया बहुत खुश होती है|
इधर रणबीर रावण दहन के लिए उस पर निशाना लगाता है लेकिन उसका निशाना चूक जाता है क्योंकि इस मोके पर वो प्राची को देखना चाहता था| तब पल्लवी रणबीर से कहती है कि एसा करने से कोई लाभ हांसिल नहीं कर पाओगे| फिर रणबीर दूसरी बार निशाना लगा कर उस पुतले में आग लगा देता है और प्राची उस में बहुत चिल्लाती है और अपने पापा के बारे में सोचती है कि आज मेरे पापा साथ होते, तो मुझे ऐसे वो कभी नहीं देख सकते थे और मुझे बचाने कि कोशिश करते|
इधर संजू और उसका दोस्त अपनी कार को देखते हैं लेकिन उन्हें उनकी कार नहीं मिली और किसी दूसरे की बाइक चुराकर भागने कि कोशिश करते हैं|
इधर अभि और प्रज्ञा प्राची को ढूँढने अलग-अलग चले जाते है| तब अभि संजू और उसका दोस्त को एक बाइक पर जाते हुए देख लेता है और भागर अभि संजू को तो नहीं पकड़ पाता, लेकिन उसके दोस्त को बाइक से खीच लेता है और उसे पूछता है कि प्राची कहाँ है? लेकिन वो बताने को तैयार नहीं होता है| फिर अभि उसे पीटता है, तब वो बताता है कि प्राची को रावण के पुतले के साथ बाँध दिया है| ये सुन कर अभि बहुत घबरा जाता है और रावण के पुतले के पास पहुँच जाता है| लेकिन तब तक उस पतले में आग लग चुकी थी|
फिर उस आग में अभि प्राची को देख लेता है और उसे बचाने के लिए आग में खुद जाता है लेकिन प्राची अभि से कहती है कि सर तुम यहाँ से चले जाओ क्योंकि यहाँ कभी भी ब्लास्ट हो सकता है| अभि ने कहा कि मैं एक बार अपनी बेटी को खो चुका हूँ दुबारा नहीं खोना चाहता| ये सुन प्राची सोच में पड़ जाती है| फिर धीरे – धीरे अभि के कपड़ों में भी आग लगने लगती है| लेकिन वो प्राची को रस्सियों से आजाद कर उसे पुतले से बाहर भेज देता है|
इधर प्रज्ञा भी आ जाती है और देखती है कि अभि प्राची को आग से बचा रहा है| ये देख कर वो बहुत घबरा जाती है| फिर प्राची अपनी माँ से मिलती है और कुछ समय बाद अभि भी उस आग से निकल आता है| लेकिन उसके ऊपर रावण के पुतले का सिर जलता हुआ गिर जाता है| ये देख प्रज्ञा अभि के पास जाती है और आग को बुझाने की कोशिश करती है लेकिन अभि के ऊपर गिरे हुए रावण के सिर को उठा नहीं पाती है और मदत मांगती है| जब रणबीर और उसकी फेमिली भी उन्हें देखती है तो सब घबरा जाते हैं|
रणबीर प्रज्ञा की मदत करते हुए अभि के ऊपर गिरे हुए सर को उठा देता है और अभि की जान बच जाती है और सब लोग अपने – अपने घर चले जाते हैं| फिर सरिता आंटी के मन में सवाल उठते हैं कि प्रज्ञा ने एसा क्यों किया? प्राची भी अभि की एक बात को लेकर बहुत परेशान होती है और प्रज्ञा भी अपने आप से कहती है कि ये मैंने क्या किया? सबके सामने रिएक्ट कर के कोई हमें गलत न समझे| फिर सरिता जी ने समझा कि उसे सबकी फिकिर रहती है इसलिए प्रज्ञा ने एसा किया होगा|
इधर अंजली दादी ने प्रज्ञा अभि को बचाते हुए देख कर उन्हें मिलाने की सोचती है लेकिन अंजली को प्रज्ञा का पता नहीं मालूम था कि वो कहाँ रहती है| अंजली दादी उन्हें मिलाने का निर्णय कर लेती है|
इधर शाहाना और प्राची प्रज्ञा को परेशान कर के चली जाती है| फिर दरवाजे की घंटी बजने पर प्रज्ञा दरवाजा खोलती है और उसे अचानक अंजली दादी उस दरवाजे पर दिख जाती है| प्रज्ञा अंजली दादी को देख कर बहुत खुश होती है और दादी को अंदर आने को कहती है| तब अंजली दादी प्रज्ञा को अपने घर आने और अभि साथ पूजा करने को कहती है| लेकिन प्रज्ञा मना कर देती है कि दादी जी मैं अभी नहीं आ सकती हूँ| ये सुन अंजली दादी कहती है कि मुझे पता अगर ये बात दलजीत कहती तो तू उसे मना नहीं कर पाती|
ये सुन कर प्रज्ञा को अंजली दादी की बात माननी पड़ती है और जाने को तैयार हो जाती है| अंजली दादी को बहुत ख़ुशी मिल जाती है और कहती है कि पता है मैं यहाँ रणबीर से पता लेकर आई हूँ| फिर अंजली दादी वहां से चली जाती हैं|
इधर आलिया प्रज्ञा की जगह आरती में अभि के साथ मीरा को खड़ा करना चाहती है| इसलिए आलिया मीरा को ढूंढती है| फिर आलिया को मीरा और रिया दिख जाती है और रिया आलिया और मीरा से अपनी सहेली डिम्पी को मिलने का बहना कर वहां से चली जाती है| तब आलिया मीरा से कहती है कि मैं तुम्हारे लिए एक ड्रेस लेकर आई हूँ| तुम उस ड्रेस को पहन कर जाओ भाई ने तुम्हे बुलाया है|
इधर प्रज्ञा अभि के घर आने को तेयार हो जाती है और प्राची से कहती है कि बेटा तू भी जल्दी तैयार होकर वहाँ आ जाना| इतना कह कर प्रज्ञा ऑटो में बैठ कर चली जाती है|
इधर अंजली दादी बिताली और उसकी सासू माँ को बताती है कि आज प्रज्ञा यहाँ आने वाली है| ये सुन कर बिताली और उसकी सासू माँ को बहुत गुस्सा आता है क्योंकि वो नहीं चंहती थी कि प्रज्ञा के कदम इस घर में पड़ें| लेकिन इस बात के बारे में अभि को कुछ नहीं पता था क्योंकि अंजली दादी उसे सर्प्राइश देना छाती थी| लेकिन प्रज्ञा के आने की बात बिताली आलिया को बता देती है कि तुम्हे कुछ पता है कि प्रज्ञा यहाँ आने वाली है| ये सुन कर आलिया के होश उड़ जाते हैं|
इधर प्रज्ञा जिस ऑटो में बैठ कर आ रही थी उस ऑटो का एक्सीडेंट एक बाइक से हो जाता है लेकिन उस बाइक पर संजू के दोस्त को देख कर प्रज्ञा उसे पकड़ लेती है और उसे पूछती है कि प्राची को अगवा क्यों किया था? तब वो बता देता है कि प्राची को रिया के कहने पर अगवाह किया था| ये सुन कर प्रज्ञा उसे छोड़ देती है और वो भाग जाता है| फिर ऑटो में बैठ कर अभि के घर आ जाती है|
इधर रिया अपनी सहेली डिम्पी के घर पहुँच जाती है और डिम्पी उसे समझाने की कोशिश करती है| उसकी बात सुन कर रिया सोच में पड़ जाती है कि मैं किससे भाग रही हूँ? रणबीर से, अपनी बहन से या अपने डेड से ये सोचती हूँ वो अपने घर आने को तैयार हो जाती है|
इधर रणबीर प्राची को फोन करता है कि तुम यहाँ अभी तक क्यों नहीं आईं| ये सुन कर प्राची बोलती है कि मैं कुछ ही देर में पहुँचती हूँ| फिर रणबीर आर्यन के पास पहुँच जाता है लेकिन आर्यन गाने के प्रोगाम को संभाले हुए था इसलिए वो रणबीर से ज्यादा बातें नहीं कर पता है| फिर रणबीर प्राची और शाहाना को अन्दर आते हुए देख लेता है और उसे पकड़ कर एकांत में ले जाता है वहां पल्लवी को देख कर उन दोनों को छुपना पड़ता है| फिर पल्लवी के जाते ही वे भी वहां से चले जाते हैं|
इधर मीरा अभि के पास आती है और कहती है कि क्या तमने मुझे बुलाया था? लेकिन अभि मना कर देता है कि मैंने नहीं बुलाया| जैसे ही अभि घूम कर देखता है तो उसे प्रज्ञा दिख जाती है और प्रज्ञा को देख कर बहुत खुश होता है| लेकिन बिताली, आलिया, और राज की माँ प्रज्ञा को वापिश लोटाने की कोशिश करते है और अभि किसी की नहीं मानता है| फिर वहां अंजली दादी आ जाती है और प्रज्ञा का गृह प्रवेश करा देती है| फिर अंजली दादी आरती कर अभि को आरती की थाली देती है लेकिन बिताली ले लेती है और वो सब प्रज्ञा को आरती करने से रोकने की कोशिश करतीं हैं|
फिर आलिया से अंजली दादी आरती की थाली लेकर अभि और प्रज्ञा को दे देती है| तब प्रज्ञा और अभि एक साथ आरती करते हैं और अंजली दादी उन दोनों को अपने साथ एक कमरे में लेजाती है| लेकिन बिताली ये सब देख कर बहुत रोती है| तब राज उससे कहता है कि मैं अभी कुछ नहीं कर सकता हूँ क्योंकि में बहुत कर्जे में डूब गया हूँ और प्रज्ञा को यहाँ से जाने को कहा तो अभि मुझ पर भड़क जाएगा और फिर मैं कहाँ जाऊंगा| ये सुन कर बिताली शांत होना पड़ता है|
(‘अब आगे के कहानी आने वाले एपिसोड में,)