Kundali Bhagya 16 September 2020 Written Update
कुंडली भाग्य के पिछले एपिसोड में, प्रीता माहिरा और शर्लिन को जलाने के लिए करण संग रोमांस का नाटक करती है| वहीँ शर्लिन और माहिरा दरवाजे के पीछे सुन्रही दोनों की बातों से बहुत परेशान होती है| वाही समीर वहां आ जाता है और शर्लिन और माहिरा को प्रीता के कमरे के बाहर से भागा देता है| प्रीता और करण की बेड पर सोने को लेकर प्यार भरी नोक-झोंक होती है| करण अपना पिलो लेकर कमरे की बालकनी में जाकर सो जाता है| तभी मौसम ख़राब हो जाता है|
- करण और प्रीता आये एक-दूसरे के करीब
- सृष्टि और समीर ने करण को प्रीता के कमरे में भेजने का बनाया प्लान
- माहिरा ने प्रीता की पहली रसोई बर्बाद करने का फैसला लिया
- प्रीता ने लूथरा परिवार के सामने पेश किया गाजर का हलवा
- प्रीता, करण के साथ बनवास के लिए हुई तैयार
Kundali Bhagya 16 September 2020 Full Episode
कुंडली भाग्य के आज के नाटक में कोई लड़ाई-झगड़ा नहीं बल्कि प्रीता और करण के बीच प्यार भरी नोक-झोक होती है जोकि बहुत फनी और रोमंक्टिक भरी है|
जब प्रीता कमरे की खिड़की बंद करके वापस बिस्तर पर आती है तब अपने-आप से कहती है की उसको क्या लगता है की मैं मरी जा रही हूँ उसकी बॉडी देखने के लिए| आगे कहती है एक तो बाहर मच्छर काट रहे थे और उसको अन्दर बुला रही थी| फिर प्रीता अपने सोने की तैयारी करने लगती है|
वहीँ करण भी बाहर अपने-आप से कहता है की प्रीता मुझे अन्दर आने के लिए ऑफर दे रही थी| और वो मुझे बाहर लॉकआउट करेगी| ये मेरा घर है मैं जहाँ चाहूँ वहां जा सकता हूँ और सो सकता हूँ| तभी बारिश होने लगती है और प्रीता परेशान होने लगती है ये सोचकर की करण का बाहर क्या हाल हो रहा होगा| आगे कहती है की ये कितना अकडू है की खिड़की पर खटखटाकर अन्दर आने के लिए नहीं कह सकता|
वहीँ करण भी ये सोचने लगता है की बाहर इतनी बारिश हो रही है और अन्दर आने के लिए नहीं कह सकती| पहले तो ये ऑफर दे रही थी| वहीँ प्रीता भी सोचती है की इस बारिश में बीमार ना पड़ जाए| करण भी प्रीता को आता देख| सोने का नाटक करने लगता है| वहीँ प्रीता भी इसको इस तरह से देखकर कहती है की ये सामने से आकर खिड़की खोलने के लिए नहीं कहती| तब तक मैं खिड़की नहीं खोलूंगी|
करण प्रीता को रुकते देख परेशान होने लगता है| प्रीता ये चाहती है की जब तक ये खुद मुहं से आकर नहीं कहता| तब तक वो खिड़की नहीं खोलेगी| ज्यादा बारिश और ठण्ड की वजह से करण खिड़की के पास आकर खड़ा हो जाता है और प्रीता इसे देख खिड़की खोल देती है और करण कमरे में आ जाता है|
दूसरी तरफ माहिरा, करण और प्रीता की सुहागरात के चलते काफी परेशान होती है| और यह भी सोचती है की समीर ने मुझसे इस तरह से बात करने की हिम्मत कैसे की| जब माहिरा समीर के कमरे में बात करने के लिए जाती, तो वह देखती है की समीर सोया हुआ है| और वह वहां से करण के कमरे की तरफ चली जाती है |
वहीँ प्रीता, करण को भीगी शर्ट उतारने के लिए कहती है लेकिन करण मना कर देता है| प्रीता भी तेज़ तूफान देख खिड़की बंद करने के लिए जाती है| लेकिन उससे तेज़ तूफान के चलते खिड़की बंद करने में दिक्कत आती है तो करण पीछे से आकर प्रीता का हाथ पकड़कर खिड़की बंद करने में मदद करता है| यहाँ रोमंटिक सीन शुरू होने लगता है|
यहाँ पर दोनों के बीच खिड़की बंद करने के चलते थोड़ी सी नोक-झोंक शुरू हो जाती है| करण कहता है की खिड़की उसने बंद की| लेकिन प्रीता कहती है की खिड़की उसने बंद की करण केवल मदद की| वहीँ माहिरा भी करण की खिड़की के पास दोनों के बीच जानने के लिए कोशिश करती है लेकिन खिड़की बंद होने की वजह से बस सुनने की कोशिश करती है|
प्रीता भी करण को घीले कपडे बदलने के लिए कहती है लेकिन करण इस पर कहता है की मैं जानता हूँ की तुम मुझे बिना कपड़ो के देखना चाहती हो| प्रीता इस पर मना कर देती है| इस पर भी दोनों के बीच नोंक-झोंक शरू हो जाती है| जब प्रीता करण से कहती है की तुम अपने कपडे उतारो वरना मैं उतरूंगी| ये बात सुनकर माहिरा वहां से ये सोचकर चली जाती है की आब तो दोनों के बीच सुहागरात भी हो रही है|
वहीँ करण को छींक आने लगती है तब प्रीता और ज्यादा फाॅर्स करने लगती है कपडे चेंज करने के लिए कहती है| फिर प्रीता कमरे के दूसरी तरफ मुहं करके खड़ी हो जाती है| फिर करण शर्ट उतार कर प्रीता के सामने-आकर खड़ा हो जाता है| और प्रीता के पास किस करने के लिए आता है लेकिन करता नहीं है|
प्रीता को बिस्तर नींद नहीं आती है और अलग सोफे पर जाकर सोने के लिए जाती है| फिर प्रीता सृष्टि को याद करती है की वो किस तरह से बारिश के समय साथ में बारिश को साथ में देखते-देखते सो जाते थे|
वहीँ जब प्रीता, करण को मुहँ पर तकिया रखकर सोते देख| उसे हठाने के लिए जाति है तब वह देखती है की करण कांप रहा है और उसको बुखार भी है| तब प्रीता पानी की पट्टी लेकर करण के सिर पर रखने लगती है|